Wajid & Sarosh Sami

Mamta Sharma, Sajid

ए बंकास...

आ रे प्रीतम प्यारेबन्दुक में ना तो गोली में रे
आ रे प्रीतम प्यारे
बन्दुक में ना तो गोली में रे
आ रे प्रीतम प्यारे
सब आग तो मेरी चोली में रे
ज़रा हुक्का उठा
ज़रा चिलम जला
पल्लू के नीचे छुपा के रखा है
उठा दूँ तो हंगामा हो हो हो हो हो
पल्लू के नीचे दबा के रखा है
उठा दूँ तो हंगामा हो
बंकास...

जोबन से अपने दुपट्टा गिरा दूँ तो
कंवले कवारों का चेहरा खिले
हाय मैं आँख मारूँ
तो नोटों की बारिश हो
लख जो हिला दूँ
तो जिल्ला हिले
जिल्ला हिले
हिले हिले हिले हिले जिल्ला हिले
हिले हिले हिले हिले जिल्ला हिले
हिले हिले हिले
ज़रा तूती बजा
ज़रा ठुमका लगा

पल्लू के नीचे छुपा के रखा है
उठा दूँ तो हंगामा हो हो हो हो हो
पल्लू के नीचे दबा के रखा है
उठा दूँ तो हंगामा हो

मैं तो हूँ जंगल की
नाज़ुक हिरनिया रे
खूंखार जालिम शिकारी है तू
अरे काटे सुपारी बना के मुझे
जो वो बेदर्द आरी रे आरी है तू
आरी है तू
आरी आरी आरी आरी आरी है तू
आरी आरी आरी आरी आरी है तू
आरी आरी आरी
उना गड्डी दिखाउ
ना Body दिखा
पल्लू के नीचे छुपा के रखा है
उठा दूँ तो हंगामा हो हो हो हो हो
पल्लू के नीचे दबा के रखा है
उठा दूँ तो हंगामा हो

आ रे प्रीतम प्यारे
बन्दुक में ना तो गोली में रे
आ रे प्रीतम प्यारे
सब आग तो मेरी चोली में रे
ज़रा हुक्का उठा
ज़रा चिलम जला
पल्लू के नीचे छुपा के रखा है
उठा दूँ तो हंगामा हो
पल्लू के नीचे दबा के रखा है
उठा दूँ तो हंगामा हो