Saiyyan

Kailash Kher, Naresh Kamath , Paresh Kamath

हीरे-मोती मैं ना चाहूँ
मैं तो चाहूँ संगम तेरा
मैं तो तेरी, सय्याँ, तू है मेरा
सय्याँ, सय्याँ

तू जो छू ले प्यार से
आराम से मर जाऊँ
आजा चंदा, बाँहों में
तुझमें ही गुम हो जाऊँ मैं
तेरे नाम में खो जाऊँ

सय्याँ, सय्याँ

मेरे दिल खुशी से झूमें, गाएँ रातें
पल-पल मुझे डुबाएँ जाते-जाते

तुझे जीत-जीत हारूँ, ये प्राण-प्राण वारूँ
हाय, ऐसे मैं निहारूँ, तेरी आरती उतारूँ
तेरे नाम से जुड़े हैं सारे नाते

सय्याँ (सय्याँ), सय्याँ (सय्याँ)

बन के माला प्रेम की
तेरे तन पे झर-झर जाऊँ
बैठूँ नैया प्रीत की
संसार से तर जाऊँ मैं
तेरे प्यार से तर जाऊँ

सय्याँ (सय्याँ), सय्याँ (सय्याँ)

ये नरम-नरम नशा है बढ़ता जाए
कोई प्यार से घुँघटिया देता उठाए

अब बावला हुआ मन, जग हो गया है रोशन
ये नई-नई सुहागन हो गई है तेरी जोगन
कोई प्रेम की पुजारन मंदिर सजाए

सय्याँ (सय्याँ), सय्याँ (सय्याँ)
सय्याँ, सय्याँ

हीरे-मोती मैं ना चाहूँ
मैं तो चाहूँ संगम तेरा
मैं ना जानूँ, तू ही जाने
मैं तो तेरी, तू है मेरा
मैं ना जानूँ, तू ही जाने
मैं तो तेरी, तू है मेरा

मैं तो तेरी

तू है मेरा